लिए जयपुर का जलमहल बेहद उम्दा स्थान है। यहां आप परिवार के साथ जाकर पहाड़ियों की हरियाली के बीच कुछ सुकून के पल बिता सकते हैं। जयपुर के ट्रैवल राइटर
लियाकत अली भट्टी बता रहे हैं कि रानियों के साथ नहाने के लिए महाराजा ने बनवाया था ये महल...
- अरावली पहाड़ियों के गर्भ में स्थित यह महल झील के बीचोंबीच होने के कारण ‘आई बॉल’ भी कहा जाता है।
- किसी जमाने में इसे ‘रोमांटिक महल’ के नाम से भी जाना जाता था।
- इस महल का निर्माण सवाई जयसिंह ने अश्वमेध यज्ञ के बाद अपनी रानियों के साथ स्नान के लिए करवाया था।
- राजा इस महल को अपनी रानी के साथ खास वक्त बिताने के लिए इस्तेमाल करते थे। वे इसका इस्तेमाल राजसी उत्सवों पर भी करते थे।
- इसका निर्माण 1799 में हुआ था। यह महल मध्यकालीन महलों की तरह मेहराबों, बुर्जों, छतरियों एवं सीढ़ीदार जीनों से युक्त है।
- यह दो मंजिला और वर्गाकार रूप में निर्मित है। जलमहल अब पक्षी अभयारण्य के रूप में भी विकसित हो रहा है। यहां की नर्सरी में 1 लाख से अधिक वृक्ष लगे हैं।
ऊंट की सवारी का आनंद लें
- जलमहल की पाल पर एडवेंचर सफारी के लिए बड़ी संख्या में ऊंट भी उपलब्ध रहते हैं। इन पर बैठकर घूमने से यहां के प्राकृतिक परिवेश का आनंद और भी बढ़ जाता है।
- हरी-भरी घास और जयपुर शैली की स्थापत्य कला मन को सुकून प्रदान करती है। साथ ही, फोटोग्राफी के लिए भी ये बेहतर डेस्टिनेशन बन गया है।
ऐसे जाएं : जयपुर का जलमहल आमेर रोड पर रामगढ़ चौराहे से थोड़ा सा आगे जाने पर दाईं ओर है। शहर के अजमेरी गेट से इसकी दूरी लगभग सात किमी. है। यहां बस या टैक्सी से पहुंचा जा सकता है।